Sunday, July 26, 2009

सरस्‍वती वंदना

चिट्ठाजगत

मां सरस्‍वती के चरणों में वंदना प्रस्‍तुत करते हुए अपने नए ब्‍लॉग का शुभारंभ कर रहा
हूँ

या कुन्‍देन्‍दु तुषार हार धवला
या शुभ्र वस्‍त्रावृता

या वीणा वर दण्‍ड-मण्डित करा
या श्‍वेत पद्मसना

या ब्रह्मच्‍युत-शंकर-प्रभृति भिर:
दैवे: सदा वन्दिता

सा मां पातु सरस्‍वती भगवती
नि:शेष जाड्यापहा



4 comments:

  1. MAA SARASWATI AAPKO APNE AASHIRWAAD SE NAWAAJE....

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  2. माता का आशीर्वाद आप पर बरसे,स्वागत है।

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  3. बहुत सुंदर…..आपके इस सुंदर से चिटठे के साथ आपका ब्‍लाग जगत में स्‍वागत है…..आशा है , आप अपनी प्रतिभा से हिन्‍दी चिटठा जगत को समृद्ध करने और हिन्‍दी पाठको को ज्ञान बांटने के साथ साथ खुद भी सफलता प्राप्‍त करेंगे …..हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।

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