
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर एक बात आपके समक्ष रखना चाहता हूं कि
स्वतंत्रता प्राप्ति को 62 साल हो गए हैं, परंतु इन 62 सालों में शिक्षा की स्थिति में अभी भी हम 62 प्रतिशत के आस-पास हैं, मैं समझता हूं कि शिक्षा के बिना हमारी आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति में वो सुधार नहीं आ पाएगा, जिसका हम सपना देखते रहते हैं । मेरा विचार है कि हम सब अशिक्षा को दूर करने के लिए एकजुट हो जाएं और सबको शिक्षित करने का प्रण करें । शिक्षा देश के विकास के लिए भी आवश्यक है एवं व्यक्तिगत विकास के लिए भी ।
शिक्षा देश के विकास के लिए भी आवश्यक है एवं व्यक्तिगत विकास के लिए भी .. पर सरकार का ध्यान इस क्षेत्र में ही सबसे कम है .. पर पहल तो करनी ही होगी किसी को !!
ReplyDeleteSwatantrata ka hi vriksh hai.Kahan aa gaye aur kahan ja rahe hain?
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